Zerodha Nithin Kamath: भारत के सबसे बड़े डिस्काउंट ब्रोकर ज़ेरोधा के फाउंडर नितिन कामथ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स के जरिये बताया कि तक़रीबन छह हफ्ते पहले उन्हें दिल के दौरे का सामना करना पड़ा था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नितिन अपनी फिटनेस को लेकर काफी ध्यान रखते हैं लेकिन फिर भी उन्हें ऐसी बीमारी का सामना करना पड़ा।
कौन हैं नितिन कामथ
यदि आप स्टॉक मार्केट में काम काज करते हैं तो आपको ज़ेरोधा डिस्काउंट ब्रोकर के बारे में जरूर जानकारी होगी। नितिन कामथ ज़ेरोधा डिस्काउंट ब्रोकर के फाउंडर हैं और इन्होने इसकी शुरुआत अपने छोटे भाई निखिल की थी। नितिन कामत का जन्म कर्नाटक के शिमोगा में 5 अक्टूबर 1979 को हुआ था। नितिन की शादी सीमा पाटिल से 2008 में हुई थी और इनका एक बेटा भी है। सीमा अभी ज़ेरोधा में quality चीफ के पद पर काम करती हैं।
अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से नितिन अपने विचार और अनुभव लोगों के साथ शेयर करते रहते हैं। जब उन्हें स्ट्रोक आया तो इसकी जानकारी भी उन्होंने ट्विटर के माधयम से तस्वीरों के साथ साझा की थी। आपकी जानकारी के लिए बता दें की ज़ेरोधा भारत का सबसे बड़ा डिस्काउंट ब्रोकर है और ज़ेरोधा के एक करोड़ से भी ज्यादा एक्टिव क्लाइंट हैं।
नितिन कामथ ने स्ट्रोक के बारे में क्या बताया?
नितिन ने बताया कि छह हफ्ते पहले उन्हें हल्का स्ट्रोक आया था। इसके पीछे का कारण उन्होंने पिता का देहांत, पानी की कमी, नींद में कमी और अधिक काम करना बताया था। स्ट्रोक के असर से उनका चेहरा एक तरफ झुक गया था जिससे उन्हें पढ़ने में काफी दिक्कत महसूस हुई। डॉक्टर्स की सलाह के अनुसार नितिन ने बताया कि छह महीने तक वह पूरी तरह से रिकवर कर जायेंगे। उन्होंने ने बताया कि अब थोड़ा एक्टिव रहने की कोशिश करेंगे और जल्दी ही ठीक हो जायेंगे।
नितिन कामथ जिम जाते हैं और खुद को फिट रखने की कोशिश करते हैं लेकिन उन्हें इस बात से काफी हैरानी हुई कि इतना फिट रहने के बावजूद भी उन्हें स्ट्रोक का सामना करना पड़ा। नितिन ने बताया कि सेहत के साथ आपको अपने काम काज, और माइंड को फ्रेश रखने की भी जरूरत है। हम जल्द से जल्द नितिन कामत के फिट होने की कामना करते हैं।
भारत के सबसे बड़े डिस्काउंट ब्रोकर बनने का सफर
ज़ेरोधा आज के समय में भारत का नंबर एक डिस्काउंट ब्रोकर है। सबसे ज्यादा एक्टिव यूजर ज़ेरोधा के पास है। ज़ेरोधा हमेशा से ही अपने क्लाइंट्स को अच्छी सर्विस देता रहा है और आगे भी देता रहेगा। नितिन ने ज़ेरोधा की शुरुआत 2010 में अपने छोटे भाई के साथ की थी। जब नितिन केवल 17 वर्ष के थे तब उन्होंने कॉल सेंटर में अपनी पहली नौकरी की शुरुआत की थी।
नितिन ने तक़रीबन 4 साल कॉल सेंटर में नौकरी की थी। इसके बाद उन्होंने एडवाइजरी का काम काज शुरू किया। इसी बीच नितिन को ज़ेरोधा शुरू करने का आईडिया आया और अपने भाई के साथ मिलकर शुरुआत कर डाली। लोग धीरे-धीरे जुड़ने लगे और आज एक करोड़ से भी अधिक एक्टिव क्लाइंट ज़ेरोधा के पास है। आज नितिन कामथ का नाम अरबपतियों की लिस्ट में आता है।
इनकी जीवनी से आपको सीख मिलती है कि आप कभी हार ना मानें। जो चीजों ट्रेडिंग को आसान कर सकती है उन सभी चीजों को ज़ेरोधा ने फ्री में उपलब्ध करवाया है। जो ट्रेडिंग प्लेटफार्म पहले पैसे लिया करते थे उन्हें ज़ेरोधा ने अपने यूजर्स के लिए फ्री में उपलब्ध करवाया है।