इंट्राडे में टारगेट क्या होना चाहिए? | Intraday Target सेट करने के 5 तरीके

इस लेख में हम आपको बताएँगे की अगर आप इंट्राडे करते हैं तो “इंट्राडे में टारगेट क्या होना चाहिए?”। नए लोगों को शुरुआत में ट्रेडिंग करते समय अक्सर यह परेशानी आती है कि उन्हें ट्रेड से कब बाहर निकलना है। इंट्राडे के यह सबसे जरूरी हिस्सा है कि आप सही समय पर ट्रेड से बाहर निकलें ताकि आपको प्रॉफिट की जगह नुकसान ना हो। इस लेख को अंत तक पूरा पढ़ें ताकि आप इंट्राडे के टारगेट निकालना सीख सकें।

इंट्राडे में टारगेट क्या होना चाहिए?

इंट्राडे में टारगेट क्या होना चाहिए?

इंट्राडे में ट्रेड लेना तो आसान है लेकिन उस ट्रेड में प्रॉफिट बनाकर सही समय पर बाहर निकलना काफी तजुर्बे का काम है। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताएँगे जिनसे आपको इंट्राडे में टारगेट निकालने में आसानी होगी। तो चलिए विस्तार से जानते हैं इंट्राडे में सही टार्गेट्स क्या होने चाहिए। आप हमारा intraday trading क्या होती है वाला लेख पढ़कर इंट्राडे की सम्पूर्ण जानकारी ले सकते हैं।

रिस्क रिवॉर्ड का रखें ध्यान

इंट्राडे में टारगेट पता करने का सबसे अच्छा तरीका है आप रिस्क रिवॉर्ड पर ध्यान रखें। आपने जितने अंकों का स्टॉप लॉस रखा है उसका दो गुना कम से कम आपका इंट्राडे में टारगेट होना ही चाहिए। उदाहरण के लिए यदि आपका स्टॉप लॉस 10 अंकों का है तो आपका टारगेट कम से कम 20 अंक का जरूर होना चाहिए। यदि आपकी स्ट्रेटेजी अच्छा प्रॉफिट देती है तो आप ज्यादा अंकों का जैसे 30 से 50 अंकों का टारगेट भी रख सकते हैं। टारगेट से पहले आपको अपनी ट्रेड से नहीं निकलना है।

सपोर्ट और रेजिस्टेंस देखें

जहाँ पर आपने ट्रेड ली है आप उसके आस पास आने वाले सपोर्ट या रेजिस्टेंस को एक लाइन के माध्यम से मार्क कर लें। यदि आपका रिस्क रिवॉर्ड वहां तक पूरा हो रहा है तो आप ट्रेड से बाहर निकल सकते हैं। टारगेट निकालने के लिए सपोर्ट रेजिस्टेंस काफी मदद करते हैं। आप हमारा support and resistance वाला लेख जरूर पढ़ें। आस पास के जितने भी सपोर्ट रेजिस्टेंस आपको चार्ट पर दिखें उन्हें चार्ट पर मार्क करके आप अपने टारगेट निकाल सकते हैं।

Target Setting With Support & Resistance
Target Setting With Support & Resistance

आप ऊपर वाली तस्वीर के माध्यम से समझ सकते हैं जहाँ हमने एंट्री ली उसके बाद हमने ऊपर सबसे पहले आने वाले रेजिस्टेंस को मार्क किया और वहां तक टारगेट आसानी से मिल गया।

प्रतिशत के हिसाब से टारगेट रखें

कुछ ट्रेडर्स रिटर्न के हिसाब से अपने टारगेट रखते हैं। यानि अगर वो लोग एक ट्रेड में 2 प्रतिशत का रिस्क ले रहे हैं तो 4 से 5 प्रतिशत का टारगेट लेकर वे निकल जाते हैं। आप भी एक फिक्स रिटर्न रख सकते हैं। आप अपना टारगेट इस हिसाब से रखें कि अगर आपको अपने कैपिटल के ऊपर 5-10 प्रतिशत का मुनाफा मिल रहा है तो आप ट्रेड से निकल सकते हैं। रिटर्न प्रतिशत के हिसाब से भी आप अपने टारगेट निर्धारित कर सकते हैं।

कैंडलस्टिक पैटर्न सीखें

यदि आप कैंडलस्टिक पैटर्न अच्छे से सीख लेते हैं तो ये भी आपको ट्रेड से सही समय पर बाहर आने में मदद करेंगेकैंडलस्टिक पैटर्न सीखें। हालाँकि कैंडलस्टिक का इस्तेमाल प्रोफेशनल ट्रेडर्स ट्रेड से बड़ा मुनाफा निकालने के लिए करते हैं। लेकिन नए लोगों को केवल अपने रिस्क रिवॉर्ड और सपोर्ट रेजिस्टेंस से ही टारगेट सेट करने चाहिए।

कैंडलस्टिक में आप morning star, इवनिंग स्टार, engulfing कैंडल और DOJI कैंडल के बारे में सीख सकते हैं। जब कोई कैंडलस्टिक पैटर्न किसी सपोर्ट या रेजिस्टेंस पर बन जाता है तो वह आपको ट्रेड से निकलने का संकेत देता है। क्यूंकि कैंडलस्टिक ट्रेंड को बदलने का काम करती हैं।

मूविंग एवरेज का इस्तेमाल करें

यदि आप मार्किट से ज्यादा मुनाफा चाहते हैं और बड़े मूव को छोड़ना नहीं चाहते तो आप बड़े टारगेट के लिए मूविंग एवरेज का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप अपने चार्ट पर 20 वैल्यू की मूविंग एवरेज लगा सकते है। जब तक प्राइस मूविंग एवरेज के ऊपर या नीचे चलता रहे तब तक अपनी ट्रेड को होल्ड कर सकते हैं। यदि कोई कैंडल मूविंग एवरेज के ऊपर या नीचे क्लोजिंग देने लगे तो ट्रेड को exit कर सकते हैं। अपने buy या sell कोनसी ट्रेड ली है उसके हिसाब से आप मूविंग एवरेज का इस्तेमाल कर सकते हैं।

moving average target set example
moving average target set example

आप ऊपर चित्र में देख सकते हैं कि 20 वैल्यू कि मूविंग एवरेज बड़े टारगेट लेने के लिए कितनी मदद करती है। कई बार आपको बड़ा मुनाफा भी मूविंग एवरेज देने में सक्षम है।

इंट्राडे से सम्बंधित लेख पढ़ें: How to Select Stock for Intraday One Day Before in Hindi

Conclusion:

इस लेख का निष्कर्ष है कि इंट्राडे में टारगेट रिस्क का कम से कम दो गुना जरूर होना चाहिए। आप आस-पास के सपोर्ट और रेजिस्टेंस के माध्यम से भी इंट्राडे के टारगेट निकाल सकते हैं। बिना लालच किये आपको अपने 1:2 रिस्क रिवॉर्ड के हिसाब से ट्रेड से निकल जाना चाहिए। क्यूंकि मुनाफे को घाटे में बदलने में भी समय नहीं लगता। इसलिए अपने मुनाफे को लॉक करना सीखें और स्टॉप लॉस को धीरे-धीरे ऊपर लेकर चलते रहें। नए लोग ट्रेड लेना तो जानते हैं लेकिन लालच की वजह से अपना मुनाफा सही समय पर बुक नहीं कर पाते।

शुरुआती लोगों को इंट्राडे में क्या टारगेट रखना चाहिए?

अपने स्टॉप लॉस का कम से कम दो गुना या तीन गुना टारगेट रखना जरूरी है। दिन का 2 प्रतिशत रिटर्न भी अच्छा माना जाता है। यह केवल आपके ज्ञान पर निर्भर है और अपने इमोशन को आप कितना कंट्रोल कर सकते हैं।

इंट्राडे में प्रॉफिटेबल कैसे बनें?

अपने रिस्क रिवॉर्ड को बड़ा करें यानि छोटा स्टॉप लॉस और बड़ा प्रॉफिट ये फार्मूला आपको इंट्राडे में प्रॉफिटेबल बनाएगा।

इंट्राडे में बड़ा प्रॉफिट कैसे निकालें?

अपने इमोशंस को कंट्रोल करके और अपने स्टॉप लॉस को trail करके आप इंट्राडे में बड़ा प्रॉफिट बना सकते हैं।

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