इस लेख में हम ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए बेस्ट इंडिकेटर के बारे में जानेंगे। इस लेख के माध्यम से आपको आसान भाषा में “Best Indicator For Option Trading In Hindi” के बारे में जानने को मिलेगा। ऑप्शन ट्रेडिंग एक हाई रिस्क हाई रिवॉर्ड वाली ट्रेडिंग है। लेकिन अगर ऑप्शन ट्रेडिंग अच्छे से सीख ली जाए तो इसमें फायदा भी काफी मिलता है। अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए एक ऐसा इंडिकेटर ढूंढ़ रहे हैं जो ट्रेडिंग में आपकी मदद कर सके तो आप सही जगह पर आएं हैं। तो चलिए विस्तार से जानते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में।
Best Indicator For Option Trading In Hindi | ऑप्शन ट्रेडिंग का बेस्ट इंडिकेटर
ऑप्शन ट्रेडिंग करने से पहले आपको पता होना चाहिए कि ऑप्शन ट्रेडिंग में कितने तरह के रिस्क होते हैं। यानि ऑप्शन ट्रेडिंग में option buy भी किया जाता है और ऑप्शन को sell भी किया जाता है। आप ऑप्शन buyer हैं या ऑप्शन seller दोनों में काफी अंतर है। ऑप्शन buyer को हमेशा momentum चाहिए होता है तब वह पैसा कमाता है और ऑप्शन seller को टाइम decay का अलग से फायदा मिलता है। हम आपको कुछ ऐसे इंडिकेटर के बारे में बताएँगे जो ऑप्शन buyer और seller दोनों के लिए फायदेमंद हैं। तो चलिए जानते हैं इन इंडिकेटर के बारे में।
1. Bollinger Bands
यह एक ऐसे एक मात्र इंडिकेटर है जो आपको ट्रेंड की सही दिशा बताता है। आपको इस इंडिकेटर को देखते ही पता लग जायेगा कि किसी भी स्टॉक में उसका क्या ट्रेंड चल रहा है। यदि स्टॉक uptrend, downtrend या sideways होगा तो आपको काफी अच्छे तरिके से समझ में आए जायेगा। सबसे पहले आप नीचे दिए गए चित्र को देख कर समझिये कि bollinger bands इंडिकेटर तीन चीजों से मिलकर बनता है।
Upper band,Lower band, और 20 दिन की सिंपल मूविंग एवरेज। यदि किसी स्टॉक का भाव 20 SMA के नीचे है तो इसका मतलब है या तो ट्रेंड down है या फिर sideways है। और यदि किसी स्टॉक का भाव 20 SMA के उप्पर चल रहा है तो इसका मतलब है या तो uptrend है या फिर sideways। इसके इलावा यदि किसी स्टॉक का भाव uppar band को काटता हुआ उप्पर जा रहा है तो स्टॉक काफी bullish माना जाता है और अगर lower band को काटता हुआ नीचे जा रहा है तो स्टॉक काफी bearish माना जाता है।
ऑप्शन ट्रेडिंग में इस इंडिकेटर का इस्तेमाल आप ट्रेंड की डायरेक्शन में ट्रेड करने के लिए कर सकते हैं। इसमें इस्तेमाल होने वाली 20 SMA सपोर्ट या रेजिस्टेंस का काम करती है और इसके इस्तेमाल से ही काफी ट्रेडर्स अपनी ट्रेडिंग करते हैं। आप भी इस इंडिकेटर की प्रैक्टिस करके अपनी खुद की एक ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी बना सकते हैं। आपको केवल इंडिकेटर के उप्पर निर्भर रहकर ट्रेडिंग नहीं करनी है। क्यूंकि इंडिकेटर केवल price और volatility पर फोकस करते हैं। इसके इलावा कुछ ऐसी चीजें होती हैं जो इंडिकेटर आपको नहीं दिखा पाते।
2. Supertrend Indicator
यह एक ऐसा इंडिकेटर है जो केवल ट्रेंड को बताता है। जब कोई स्टॉक uptrend में होता है तो इसका रंग हरा हो जाता है और जब कोई स्टॉक downtrend में होता है तो इसका रंग लाल हो जाता है। इस इंडिकेटर के अंदर average true range और Factor का इस्तेमाल होता है। इनकी सामान्य वैल्यू 10 और 3 होती है। इसकी रेंज को बढ़ाया या घटाया जा सकता है।
इसमें factor की वैल्यू को जितना बढ़ाएंगे वो उतना ही प्राइस से दूर होता चला जायेगा और आपको उतना ही लेट signal देगा। इस इंडिकेटर का इस्तेमाल प्रॉफिट को बढ़ाने के लिए यानि Trailing के लिए भी किया जाता है। नीचे दिए गए चित्र से आप supertrend को अच्छे से देख सकते हैं।
Supertrend की सबसे अच्छी वैल्यू 18 और 2.5 है। यदि आप इस वैल्यू का supertrend इस्तेमाल करेंगे तो आप फेक signal से थोड़ी रहत मिलेगी और ट्रेड को लम्बा होल्ड करने में भी आपको हेल्प सहायता मिलेगी। इस इंडिकेटर का इस्तेमाल अगर आप trendline के साथ करेंगे तो ये आपको बेहतर रिजल्ट देगा। केवल supertrend के भरोसे आप ट्रेडिंग नहीं कर सकते। क्यूंकि इंडिकेटर भाव को फॉलो करता है।
इसके साथ आपको trendline, price action और candlestick pattern का एक ऐसा मिश्रण बनाना होगा जिससे आपकी accuracy बढ़ सके। नीचे दिए गए उदाहरण से आप समझ सकते हैं कैसे हमने इस इंडिकेटर के साथ अन्य चीजों का इस्तेमाल किया और बेहतर रिजल्ट मिले।
आप तस्वीर में देख सकते हैं कैसे हमने trendline का इस्तेमाल किया और supertrend ने भी हमे green signal दिया तो वहां से buy की opportunity हमें मिली और काफी अच्छा ट्रेंड देखने को मिला। यदि आप इस इंडिकेटर के साथ अन्य चीजों का भी इस्तेमाल करेंगे तो आपको trend अच्छे से समझ आएगा और आप बेहतर ट्रेडिंग decision ले पाएंगे।
3. Moving Average
मूविंग एवरेज ट्रेडिंग सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है। यह support and resistance का काम अच्छे से करती है। बहुत से ट्रेडर्स इसका इस्तेमाल किसी स्टॉक में एंट्री लेने और स्टॉक में stop loss trailing के लिए इस्तेमाल करते हैं। मूविंग एवरेज दो तरह की होती है। एक होती है SMA और एक होती है EMA। दोनों में ज्यादा फर्क तो नहीं है लेकिन EMA थोड़ी ज्यादा current प्राइस को महत्व देती है।
सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली मूविंग एवरेज की वैल्यू 20,50,100,और 200 है। कुछ ट्रेडर्स अलग-अलग वैल्यू की मूविंग एवरेज को चार्ट पर लगाकर उनके crossover पर ट्रेड करते हैं। इसमें 20 period की मूविंग एवरेज short term trend को दर्शाती है और 200 मूविंग एवरेज long term trend को दर्शाती है। जैसा कि मैंने पहले भी बताया मूविंग एवरेज अच्छे support और resistance का काम करती है।
उप्पर दिए गए उदाहरण में आप देख सकते हैं कैसे EMA 200 ने resistance और support का काम किया है। जब भी भाव मूविंग एवरेज के पास आएगा तो वह support या resistance का काम करेगी। जब किसी स्टॉक में आप EMA 200 का इस्तेमाल करेंगे तो जब भाव इसके पास आएगा तो वहां अगर आपको कोई candlestick pattern दिखाई दे तो आपको वहां ट्रेड की opportunity मिल सकती है। मूविंग एवरेज का इस्तेमाल आप candlestick patterns के साथ करेंगे तो आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे।
Conclusion
इस लेख में हमने आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कुछ बेहतर इंडिकेटर के बारे में बताया। एक बात आपको समझनी पड़ेगी कि ट्रेडिंग में कभी भी रातों रात कामयाबी नहीं मिलती। आपको इंडिकेटर का इस्तेमाल केवल extra confirmation के लिए करना है। केवल इसी के उप्पर निर्भर रहकर ट्रेडिंग नहीं करनी है। कुछ लोग सोचते हैं कोई ऐसा इंडिकेटर मिल जाये जिससे वो रातो रातो अमीर हो जाएँ लेकिन ऐसी सोच रखना बिलकुल गलत है।
स्टॉक मार्किट में केवल अभ्यास से ही आप सफल हो सकते हैं। जितना वक़्त आप मार्किट को देंगे उतने ही आप परफेक्ट होते चले जायेंगे। ऐसा कोई सीक्रेट या ऐसा कोई सीक्रेट इंडिकेटर नहीं है जिसका इस्तेमाल करके आप जल्दी पैसा कमाने लगें।
FAQ
What are the best indicators for option trading?
ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए आप moving average, bollinger bands, और supertrend indicators का इस्तेमाल कर सकते हैं। Momentum ट्रेडिंग के लिए यह तीनों indicators बेस्ट हैं।