What Is Intraday Trading In Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है?

दोस्तों Stockwale ब्लॉग में आप सभी का स्वागत है। जब नए लोग स्टॉक मार्किट में कदम रखते हैं तो उन्हें “what is intraday trading in hindi” के बारे में जानकारी नहीं होती। इस लेख में हम आपको बिलकुल आसान भाषा में इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में बताएँगे। इंट्राडे ट्रेडिंग आपके लिए सही है या नहीं आप इस को पढ़ने के बाद समझ जायेंगे।

What Is Intraday Trading In Hindi

What Is Intraday Trading In Hindi – इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है?

इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब होता है कि आप एक निर्धारित समय के अंदर ही शेयर्स खरीद या बेच सकते हैं। भारत की स्टॉक मार्किट एक हफ्ते में सरकारी छुटियों को छोड़कर 5 दिन खुली रहती है। यानि सोमवार से लेकर आप शुक्रवार तक ट्रेडिंग कर सकते हैं। शनिवार और रविवार के दिन स्टॉक एक्सचेंज बंद रहती हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग का समय सोमवार से शुक्रवार सुबह 9 बजे से शुरू होता है और मार्किट 3 बजकर 30 मिनट पर बंद हो जाती है।

यानि अगर आपको इंट्राडे ट्रेडिंग करनी है तो आप सुबह 9 बजे से लेकर 3 बजकर 30 मिनट के बीच ही कर सकते हैं। आपको हर हालत में ब्रोकर द्वारा निर्धारित समय 3 बजकर 20 मिनट से पहले अपनी सभी पोजीशन काटनी होगी। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपका ब्रोकर ही खुद आपकी पोजीशन काट देगा और जिसके लिए आपको पेनेल्टी भी लग सकती है।

Intraday Trading Timing | इंट्राडे ट्रेडिंग का समय

  • Pre-Market session – 9 am to 9:08 am
  • Market opening time – 9:15 am
  • Market closing time – 3:30 pm
  • Intraday autosquare off time – 3:21 pm (ब्रोकर के ऊपर निर्धारित*)

वैसे तो मार्किट 9 बजकर 15 मिनट पर खुलती है। लेकिन 9 am to 9:08 am जो कि pre-market session होता है इसके बीच भी आप अपने आर्डर लगा सकते हैं। यदि इस 8 मिनट के बीच आप अपने आर्डर लगाते हैं तो आपको वही भाव मिलेगा जो इस सेशन में निर्धारित होगा। आपका मनचाहा भाव आपको इस सेशन में मिले इसकी संभावना कम होती है। Pre-market session में ही निर्धारित होता है कि आज मार्किट कितने अंक gap up या फिर gap down खुलेगी।

Intraday Trading Benefits

अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको इसके फायदे और नुकसान दोनों के बारे में जान लेना चाहिए। इंट्राडे ट्रेडर को margin का फायदा मिलता है। यानि इंट्राडे ट्रेडिंग में अगर आप cash यानि equity में काम करते हैं तो आपको 5 गुना मार्जिन का फायदा मिलेगा। यदि आपके पास केवल 10 हजार रूपए हैं तो आप इंट्राडे में 50 हजार तक के शेयर्स खरीद सकते हैं।

लेकिन आपको ये भी ध्यान रखना है कि अगर आप margin का फायदा ले रहे हैं तो आपका इसमें जोखिम भी बढ़ जायेगा और आपको हर हालत में अपनी पोजीशन को 3 बजकर 20 मिनट से पहले काटना ही होगा। इंट्राडे ट्रेडिंग का एक और सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपका ओवरनाइट रिस्क नहीं होगा। यानि आप अपना प्रॉफिट या लॉस लेकर घर जा चुके होंगे। अब आपको कोई फर्क नहीं पड़ता कि कल मार्किट negative खुलेगी या फिर positive।

इंट्राडे ट्रेडिंग में अगर फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं। इंट्राडे ट्रेडर को हर रोज प्रॉफिट हो और हर रोज बड़ा move मिले इसकी संभावना कम होती है। इसके साथ-साथ इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको volatility को भी हैंडल करना पड़ता है। कभी-कभी न्यूज़ और पैनिक की वजह से अनचाहे मूव भी आपको झेलने पड़ते हैं। Intraday stock selection कैसे किया जाता है वो लेख भी आप पढ़ सकते हैं।

What Is Delivery Trading

अब तक हमने आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में बताया। तो चलिए अब delivery यानि positional trading के बारे में जानते हैं। अगर आप किसी स्टॉक को लम्बे समय के लिए खरीदते हैं तो उसे डिलीवरी ट्रेडिंग कहा जाता है। यानि अगर आप डिलीवरी में किसी शेयर को खरीदते हैं तो अब आप उस शेयर को आज,कल, या फिर एक साल बाद कभी भी बेच सकते हैं। आपके ऊपर कोई समय की पाबंदी नहीं होगी। इसे ही डिलीवरी ट्रेडिंग कहा जाता है।

डिलीवरी ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। सबसे बड़ा फायदा ये है कि आप इसमें समय से बंधे हुए नहीं हैं। आपके पास काफी समय होता है सोचने समझने का और सही decision लेने का। इसके साथ ही इंट्राडे में होने वाले trap से बच जाते हैं। आपको बड़े-बड़े gap up का फायदा भी मिलता है। तो चलिए अब डिलीवरी ट्रेडिंग के कुछ नुकसान भी जान लेते हैं। डिलीवरी ट्रेडिंग में आपका overnight रिस्क हमेशा रहेगा। यानि कब कोनसी नेगेटिव न्यूज़ रातों रात आ जाये इसका कोई भरोसा नहीं होता। इसकी वजह से मार्किट के gap down होने की संभावना बढ़ जाती है। डिलीवरी ट्रेडिंग में swing trading काफी प्रचलित है। Swing trading stock selection कैसे किया जाता है वह लेख आप पढ़ सकते हैं।

Conclusion

इस लेख में हमने आपको इंट्राडे ट्रेडिंग और डिलीवरी ट्रेडिंग दोनों के बारे में बताया और दोनों के फायदे और नुकसान भी बताये। ट्रेडिंग में फायदे नुकसान दोनों होते हैं लेकिन आपको कोनसी ट्रेडिंग में अच्छा महसूस होता है उसके अनुसार ही आप ट्रेडिंग कर सकते हैं। कुछ लोगो को ओवरनाइट रिस्क लेना पसंद नहीं होता तो वो लोग इंट्राडे करते हैं और कुछ लोग जॉब,या बिज़नेस की वजह से डिलीवरी ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं। मार्किट ने आपको सभी ऑप्शन दिए हैं। आपको जो अच्छा लगे आप उस तरह की ट्रेडिंग कर सकते हैं। लेकिन बिना ट्रेडिंग सीखे कभी मैदान में न उतरें।

FAQ

What is intraday trading time?

भारत की स्टॉक मार्किट का समय 9:15 am से लेकर 3:30 pm तक होता है।

Intraday ट्रेडिंग क्या होती है?

मार्केट के निर्धारित समय में शेयर्स की खरीद या बिक्री करने को इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं। इसे डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग से कितना कमा सकते हैं?

यह इस बात पर निर्भर है कि आपके पास शेयर बाजार का कितना ज्ञान और अनुभव है और आपके पास कितनी पूंजी है। शेयर बाजार से लोग एक दिन में लाखों रूपए का मुनाफा भी कर लेते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग किसके लिए है?

जिनके पास पहले से एक इनकम का सोर्स है और मार्केट को पूरा दिन देने में सक्षम हैं। नौकरी करने वालों के लिए स्विंग ट्रेडिंग ही बेहतर ऑप्शन है।

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