दोस्तों Stockwale ब्लॉग में आप सभी का स्वागत है। इस लेख में हम आपको “fake breakout in hindi” से जुड़ी जानकारी सरल भाषा में और उदाहरण के साथ देंगे। इस लेख में हम आपको “fake breakout chart” और “fake breakout identification” से जुड़े जरूरी तथ्यों के बारे में बताएँगे। आप इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें क्यूंकि अधूरा ज्ञान बहुत खतरनाक होता है।
Fake Breakout In Hindi | फेक ब्रेकआउट क्या है और इसे चार्ट पर कैसे पहचानें?
सबसे पहले आपको ये जानना होगा कि ये फेक ब्रेकआउट क्या होता है। आसान भाषा में फेक ब्रेकआउट किसी रेजिस्टेंस को तोड़कर भाव उसके ऊपर क्लोजिंग देता है लेकिन क्लोजिंग के तुरंत बाद वह रेजिस्टेंस का बिना सपोर्ट लिए नीचे आ जाता है। ऐसी स्तिथि में हम मान सकते हैं कि यहाँ फेक ब्रेकआउट हुआ है। सपोर्ट रेजिस्टेंस के बारे में अगर आप नहीं जानते तो हमने support and resistance के ऊपर डिटेल में लेख डाला हुआ है। आप चिंता ना करें इस लेख में आपको फेक ब्रेकआउट के बारे में पूरा ज्ञान हो जायेगा। तो चलिए एक उदाहरण के जरिये जानते है कि चार्ट पर फेक ब्रेकआउट कैसे दिखता है।
ऊपर दिए गए चित्र में आप देख सकते हैं यह hdfcbank का 15 मिनट का चार्ट है। भाव ने दो बार रेजिस्टेंस लिया और उस रेजिस्टेंस के ऊपर ग्रीन कैंडल क्लोज हुई और ब्रेकआउट पर ट्रेड करने वाले लोगो ने खरीदना चालू किया और भाव वहां से फेक ब्रेकआउट देकर बुरी तरह से नीचे आया। अब दिखने में तो सब सही लगता है कि अच्छी पूरी बॉडी वाली ग्रीन कैंडल ने रेजिस्टेंस को ब्रेकआउट दिया है और यहाँ खरीदना चाहिए लेकिन इसके पीछे की कहानी क्या है वो आपको आगे पता लगेगी।
Fake Breakout Ko Identify Kaise Karein | How To Identify Fake Breakout
अगर आप सीखना चाहते हैं कि फेक ब्रेकआउट को कैसे identify करते हैं तो सबसे पहले आपको सपोर्ट रेजिस्टेंस को अच्छे से सीखना होगा। क्यूंकि बिना सपोर्ट रेजिस्टेंस सीखे आप फेक ब्रेकआउट नहीं पकड़ पाएंगे। फेक ब्रेकआउट को पकड़ना इतना ज्यादा मुश्किल नहीं है। बस आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा और धैर्य से काम लेना होगा। हम आपको कुछ प्राइस पैटर्न के बारे में बताएँगे जिन्हे ध्यान में रखकर आप फेक ब्रेकआउट को पकड़ पाएंगे।
- सबसे पहले सभी रेजिस्टेंस लेवल को आप horizontal लाइन के साथ mark कर लें।
- ब्रेकआउट होने पर तुरंत ट्रेड लेने की ना सोचें।
- ब्रेकआउट कैंडल फुल बॉडी वाली और बड़ी कैंडल होनी चाहिए।
- यदि ब्रेकआउट कैंडल के तुरंत बाद एक inside candle बनती है और उसका low टूट जाये तो आप सतर्क हो जाएँ। क्यूंकि फेक ब्रेकआउट के चांस बढ़ जायेंगे।
- ब्रेकआउट कैंडल के बाद अगर भाव वहीँ पर घूमता रहे और छोटी रेंज वाली कैंडल बनाता रहे तो आपको समझ जाना चाहिए कि यहाँ buyers को ट्रैप किया जा सकता है।
- ब्रेकआउट कैंडल के तुरंत बाद ट्रेड लेने की बजाय आपको retest पर ट्रेड प्लान करनी चाहिए।
- ब्रेकआउट कैंडल के बाद अगर follow up candles भी हैं तो ज्यादा अच्छा होगा क्यूंकि वहां sellers के stop loss पड़े होते हैं जो कटने लगते हैं और संभावना बढ़ जाती है कि भाव retest पर सपोर्ट लेगा।
तो इन तरीकों से आप फेक ब्रेकआउट को पकड़ सकते हैं। ब्रेकआउट वही real होता है जहाँ ज्यादा sellers ट्रैप हुए हों। जहाँ कोई ट्रैप ही नहीं हुआ हो तो वह ब्रेकआउट ज्यादातर फेल होते हैं।
ऊपर दिए गए इस उदाहरण से आप असली ब्रेकआउट के बारे में समझ सकते हैं। इसमें आप देख सकते हैं ब्रेकआउट होने के बाद अगले दिन भाव gap up हुआ और पूरा दिन वहीँ बिता दिया। इससे हमें पता चलता है कि यहाँ seller trap हुए हैं। इसकी संभावना बढ़ जाती है कि भाव retest पर सपोर्ट लेगा। और आप देख सकते हैं भाव ने तोड़े हुए रेजिस्टेंस पर सपोर्ट लिया और ऊपर चला गया।
Fake Breakout Chart
जब तक आप चार्ट पर बार-बार प्रैक्टिस नहीं करेंगे तब तब आपको फेक ब्रेकआउट को पहचानने में परेशानी आएगी। सबसे पहले आपको फेक ब्रेकआउट को चार्ट पर पहचानना आना चाहिए। उसके बाद ही आप इसपर अपना ट्रेडिंग निर्णय ले पाएंगे। तो चलिए कुछ उदाहरण के जरिये समझते हैं की फेक ब्रेकआउट किस तरह के होते हैं।
ऊपर दिए गए इस चार्ट को ध्यान से समझिये कि जब icicibank के 5 मिनट के चार्ट में जब रेजिस्टेंस का ब्रेकऑउट हुआ तो ब्रेकआउट कैंडल के बाद भाव वहीँ पर silent हो गया। जैसा कि हमने पहले भी बताया ब्रेकआउट कैंडल के बाद यदि भाव वहीँ पर silent हो जाये और रेंज बनाता रहे तो वहां फेक ब्रेकऑउट के चांस बढ़ जाते हैं। और वैसा ही हुआ फेक ब्रेकआउट के बाद भाव बुरी तरह से नीचे आया।
ऊपर दिए reliance के 5 मिनट को इस चार्ट को देखिये कैसे रेजिस्टेंस का ब्रेकआउट हुआ और ब्रेकआउट होने के बाद भाव ने retest पर सपोर्ट भी नहीं लिया और silent भी हो गया था। इसका नतीजा वही निकला जो अब तक हमने आपको इस पूरे लेख में बताया।
Fake Support Breakdown
आपको breakout और breakdown में confuse नहीं होना है। बेहतर समझने के लिए केवल ब्रेकआउट को रेजिस्टेंस के साथ जोड़ा गया है और ब्रेकडाउन को सपोर्ट के साथ। यदि किसी सपोर्ट का फेक ब्रेकडाउन हुआ है तो इससे ट्रेडर्स को समझने में आसानी होती है कि सपोर्ट टूटा है। यह बिलकुल रेजिस्टेंस ब्रेकआउट का उल्टा है।
ऊपर दिए इस चित्र से आप समझ सकते हैं कि कैसे एक सपोर्ट को भाव ने तोडा और बिना retest किये भाव तेजी से ऊपर चला गया। ऐसा इसलिए होता है क्यूंकि यहाँ ज्यादा sellers ट्रैप हो जाते हैं। फेक ब्रेकआउट और फेक ब्रेकडाउन अक्सर चार्ट में होते रहते हैं। आपको केवल सतर्क रहना होता है। और वहां ट्रेडिंग opportunity ढूंढनी होती है।
Conclusion
हमे उम्मीद है इस लेख के जरिये अब आप फेक ब्रेकआउट के बारे में समझ गए होंगे। फेक ब्रेकआउट की अधिक से अधिक प्रैक्टिस कीजिये फिर देखिये आपकी ट्रेडिंग में कितना निखार आएगा। जब आप फेक ब्रेकआउट को पकड़ना सीख जायेंगे तो आपको वहां ट्रेड करने की opportunity भी मिलेगी। लेकिन बिना प्रैक्टिस के आपको कुछ नहीं करना है।
FAQs
How do you avoid fake breakout?
ब्रेकआउट होने के तुरंत बाद आपको ट्रेड नहीं लेनी है। आपको देखना है कि प्राइस वहां क्या behave कर रहा है। यदि प्राइस silent हो जाता है तो वहां फेक ब्रेकआउट होने की ज्यादा संभावना होगी। ब्रेकआउट होने के बाद यदि वहां retest देखने को ना मिले तो समझ जाइये fake breakout हो सकता है।
What is real breakout?
Real breakout वही होता है जहाँ भाव अचानक एक बड़ी ब्रेकआउट कैंडल दे और साथ ही follow up candle भी हों। जब तक sellers panic में नहीं आएंगे तब तक ब्रेकआउट रियल नहीं होगा।