Check Live IPO GMP (Grey Market Premium) Of All IPO’s

IPO NameIPO Last DateIPO Price BandGMP (Grey Market Premium)Estimated Listing PriceLast Updated
Shivam Chemicals25 April44246 (4.55%)1 hour ago
JNK India25 April41525440 (6.02%)1 hour ago
Faalcon Concepts23 April621072 (16.13%)1 hour ago
Emmforce Autotech25 April 202498110208 (112.24%)1 hour ago
LIVE GMP (Refresh)

GMP (GREY MARKET PREMIUM) क्या है?

जब भी कोई आईपीओ स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होने के लिए आता है तो लिस्टिंग से पहले आईपीओ के ऑफर प्राइस के ऊपर निवेशक कितना अधिक पैसा देने को तैयार होते हैं उसे GMP यानि ग्रे मार्किट प्रीमियम बोलते हैं। उदाहरण के लिए किसी शेयर का इशू प्राइस 100 रूपए है तो यदि वह ग्रे मार्किट में 150 रूपए पर ट्रेड हो रहा है तो उस आईपीओ की GMP 50 रूपए होगी।

ग्रे मार्केट एक unofficial मार्केट होती है जिसके ऊपर सरकार या SEBI का कोई कंट्रोल नहीं होता। ग्रे मार्केट में कारोबार केवल आपसी भरोसे के आधार पर ही होता है। ग्रे मार्केट प्रीमियम की डिमांड के हिसाब से ही ये अंदाजा लगाया जाता है कि आईपीओ की कैसी लिस्टिंग हो सकती है।

GMP कैसे कैलकुलेट किया जाता है?

दरअसल ग्रे मार्केट प्रीमियम शेयर्स की डिमांड पर आधारित है। निवेशक यह देखते हैं कि कंपनी द्वारा कितने शेयर ऑफर किये जा रहे हैं। यदि ज्यादा शेयर्स बिक्री के लिए उपलब्ध हैं और डिमांड भी कम है तो ग्रे मार्केट प्रीमियम फ्लैट या नेगेटिव भी हो सकता है। यदि शेयर्स की संख्या कम है और डिमांड ज्यादा है तो ग्रे मार्केट प्रीमियम में उछाल देखने को मिलता है। आप यह समझ लीजिये कि उस आईपीओ की GMP आपको ज्यादा देखने को मिलेगी जिसमे कम शेयर्स उपलब्ध हों और आईपीओ की डिमांड ज्यादा हो। आईपीओ का सब्सक्रिप्शन जितना अधिक होगा उस आईपीओ की GMP में इजाफा देखने को मिलता है।

GMP कितना सही है और कितना गलत?

जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि ग्रे मार्केट प्रीमियम केवल आईपीओ की डिमांड को बताता है और किस भाव पर आईपीओ लिस्ट हो सकता है इसका अनुमान हमें लग जाता है। लेकिन आप ग्रे मार्केट प्रीमियम पर 100% निर्भर नहीं हो सकते। ग्रे मार्केट पर किसी का कंट्रोल नहीं होता तो यहाँ GMP के साथ खेल भी होने की संभावना होती है। केवल GMP के आधार पर आईपीओ में निवेश नहीं करना चाहिए। कंपनी की वित्तीय जानकारी, कंपनी के कर्ज, कंपनी के फ्यूचर प्लान्स, कंपनी के प्रोमोटर्स के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद ही आप GMP को देखें। GMP से केवल आप अनुमान लगा सकते हैं कि आईपीओ की लिस्टिंग कैसी हो सकती है।